शाम से आज सांस भारी है बे-क़रारी सी बे-क़रारी है-गुलज़ार
शाम से आज सांस भारी है बे-क़रारी सी बे-क़रारी है-गुलज़ार शाम से आज सांस भारी है बे-क़रारी सी...
Read Moreby Sagar Kumar 'Sagar" | Feb 22, 2020 | हिन्दी ग़ज़ल | 0 |
शाम से आज सांस भारी है बे-क़रारी सी बे-क़रारी है-गुलज़ार शाम से आज सांस भारी है बे-क़रारी सी...
Read Moreby Sagar Kumar 'Sagar" | Feb 22, 2020 | हिन्दी ग़ज़ल | 0 |
जगजीत सिंह जी की बेहतरीन 10 गज़ले आवाज़ के जादूगर,अपनी दर्द भरी आवाज से हिंदी ग़ज़लों को और भी खूबसूरत...
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